जेएनयू और डीयू शिक्षक संघ का आज संसद तक मार्च
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ सोमवार को अपनी मांगों को लेकर संसद तक मार्च निकालेंगे। दोनों केंद्रीय विश्वविद्यालयों के शिक्षक विश्वविद्यालय के विजिटर यानी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से विभिन्न मुद्दों पर हस्तक्षेप की मांग रखेंगे।
जेएनयू शिक्षक संघ कैंपस को सामान्य रखने के लिए जेएनयू हॉस्टल फीस बढ़ोतरी रोल बैक और डीयू शिक्षक संघ तदर्थ शिक्षकों को नियमित करने समेत नियमित शिक्षकों के कई साल से लंबित प्रमोशन की मांग करेगा।
जेएनयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. डीके लोबियाल के मुताबिक, जेएनयू कैंपस में पिछले डेढ़ महीने से कक्षाएं प्रभावित हैं। हॉस्टल फीस बढ़ोतरी पर छात्रों का आंदोलन जारी है, लेकिन कुलपति से लेकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय इस मुद्दे पर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं।
पंद्रह दिन पहले मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने का समय लिया, लेकिन नहीं मिला। कैंपस में 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, जबकि छात्रों की आंदोलन के चलते तैयारी नहीं है। कैंपस को सामान्य बनाने के लिए विजिटर से दखल की मांग के लिए जेएनयू कैंपस से संसद तक मार्च निकाला जा रहा है।
उधर, डीयू शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. राजीव रे का कहना है कि तदर्थ शिक्षकों के साथ नियमित शिक्षकों का प्रमोशन समेत कई मुद्दों पर गतिरोध जारी है। कुलपति सुनने को तैयार नहीं हैं, जबकि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने मामले पर बेशक थोड़ी राहत दी है, लेकिन उससे पूरी दिक्कतें दूर नहीं हुई हैं, इसीलिए मंडी हाउस से संसद तक विरोध मार्च में विश्वविद्यालय के विजिटर से सभी दिक्कतों को दूर करने की मांग रखी जाएगी।